MBBS के छात्रों की तरह मांग रहे मौका
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में BHMS, BAMS और BUMS कर रहे छात्र-छात्राओं ने नेक्स्ट परीक्षा यानी कि नेशनल एग्जिट एग्जाम के विरोध में सड़क पर उतरने का मन बना लिया है। इसी के तहत आज यानी शनिवार को इको गार्डन में विभिन्न मेडिकल कॉलेज से आए दो दर्जन स्टूडेंट ने प्रदर्शन किया है।
यह सभी छात्र नेशनल एग्जिट एग्जाम को नए बैच से शुरू करने की मांग कर रहे। प्रदर्शन कर रहे छात्रों की मांग है कि एमबीबीएस छात्रों की तरह उन्हें भी मौका मिलना चाहिए।
दरअसल MBBS छात्रों के लिए इस एग्जाम को साल 2028 में करने को कहा गया है। जबकि BHMS,BAMS, BUMS के लिए यह एग्जाम इसी साल से लागू कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश में BHMS, BAMS , BUMS कर रहे छात्र-छात्राओं ने नेक्स्ट परीक्षा यानी कि नेशनल एग्जिट एग्जाम का विरोध शुरू कर दिया है। विरोध कर रहे छात्र-छात्राओं का कहना है चुंकि यह अधिसूचना आयुष मंत्रालय की तरफ से 28 नवंबर साल 2023 में जारी किया गया है। तो नियम भी साल 2024 बैच पर लागू होना चाहिए, लेकिन यह नियम तो 2018 बैच के छात्र-छात्राओं पर लागू किया जा रहा है। जो कतई उचित नहीं है। आक्रोशित छात्र-छात्राओं ने प्रदेश के मुख्यमंत्री और नेशनल कमीशन ऑफ होम्योपैथी को पत्र भेजकर अपनी बात रखी थी।
दरअसल, आयुष मंत्रालय की तरफ से BHMS,BAMS, BUMS कर रहे छात्र-छात्राओं के लिए इंटर्नशिप करने के बाद नेशनल एग्जिट एग्जाम पास करने की अधिसूचना जारी की है। इस परीक्षा को पास करने के बाद ही छात्र-छात्राओं का रजिस्ट्रेशन हो पायेगा। इतना ही नहीं उसके बाद ही वह डाक्टर बन सकेंगे और मरीजों को इलाज भी दे सकेंगे।
No comments:
Post a Comment